Increase Organic CTR : जानें कैसे अपनी वेबसाइट की ऑर्गेनिक सीटीआर (CTR) बढ़ाकर अधिक Traffic लाएं
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How to increase organic CTR : गूगल एडसेंस (Google Adsense) से अधिक रेवेन्यू जेनरेट (Generate more Revenue) करने में ऑर्गेनिक सीटीआर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आप अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन के लिए अनुकूल बनाना (search engine friendly) चाहते है तो विचार करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण मीट्रिक में से एक आपकी Organic Click-Throughrate (CTR) है। CTR आपकी वेबसाइट को खोज इंजन परिणामों में दिखाए जाने की संख्या की तुलना में प्राप्त होने वाले क्लिकों की संख्या को मापता हैए और यह आपकी Search Engine रैंकिंग और समग्र ट्रैफ़िक पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। आईये जानते है कि किस प्रकार हम अपने वेबसाइट की ऑर्गेनिक सीटीआर बढ़ा सकते है और साइट पर अधिक ट्रैफ़िक ला साकते (How to increase organic CTR and bring more traffic to the site) हैं।
अपने शीर्षक और विवरण अनुकूलित करें ( Title and Meta Description)
सबसे पहेल हम बात करते हैं ऑन.पेज एसईओ (On-page SEO) की। किसी भी पेज का शीर्षक टैग और मेटा विवरण ऑन.पेज एसईओ के दो सबसे महत्वपूर्ण तत्व (Page title tag and meta description are the two most important elements of on-page SEO) हैं। यही टैग खोज इंजन परिणामों में दिखाई देते हैं और उपयोगकर्ताओं को आपके पृष्ठ के बारे में एक संक्षिप्त सारांश प्रदान करते हैं। अपने शीर्षकों और विवरणों को अनुकूलित करकेए आप उपयोगकर्ताओं को अपनी साइट पर क्लिक करने के लिए आकर्षित कर सकते हैं। ध्यान रखें कि शीर्षक और विवरण आपके पृष्ठ की सामग्री या जो न्यूज अगर आपकी न्यूज ब्लाॅग साइट है तो के लिए प्रासंगिक होने चाहिए। हमेशा ऐसे टैग यानिकि इसमें ऐसे कीवर्ड शामिल होने चाहिए जो दिये गए न्यूज या सामग्री का सटीक वर्णन करते हों।
हमेशा संरचित डेटा का प्रयोग करें (Always use structured data)
आपके मन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि आखिर संरचित डेटा क्या है। तो आपको बता दें कि संरचित डेटा (Structured Data) आपकी वेबसाइट की सामग्री (your website content) को चिह्नित करने का एक तरीका है जिससे खोज इंजनों (Search Engines) को आपके पृष्ठ की जानकारी को समझने में सहायता मिलती है। आप Search Engine परिणामों में अपनी वेबसाइट की उपस्थिति संरचित डेटा का उपयोग करके बढ़ा सकते हैं, जिससे यह अधिक संभावना हो जाती है कि उपयोगकर्ता आपकी साइट पर क्लिक करेंगे। संरचित डेटा में समीक्षाएं और रेटिंग जैसी जानकारी (Information like reviews and ratings in structured data) शामिल हो सकती है, जो आपके वेबसाइट के सीटीआर (CTR) को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
अपनी सामग्री की गुणवत्ता में सुधार करें (Quality of Your Content)
अगर आप यह सोच रहे हैं कि कोई भी सामग्री या न्यूज (Content/News) कहीं से भी काॅपी करके लगाने से आपकी वेबसाइट रेंक करने लगेगा या आपकी वेबसाइट सर्च इंजन में आने लगेगा तो यह आज के समय में असंभव सा है। अगर आप अपनी वेबसाइट का ऑर्गेनिक सीटीआर बढ़ाना चाहते है तो आपको हमेशा उच्च गुणवत्ता वाली Content (High Quality Material) का उपयोग करने की आवश्यकता है। न्यूज/समाचार या ब्लाॅग लिखते या बनाते समय उपयोगकर्ता अनुभव पर विचार करना और यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि जानकारी सटीक, प्रासंगिक और उपयोगी है। एक बात को याद कर लें कि गूगल हमेशा फ्रेश कंटेंट को प्राथमिकता (Fresh content preferred) देता। चाहे वह Google डिस्कवर करने की बात हो सर्च इंजन की।
Social Media का उपयोग
आज के समय में सोशल मीडिया हर क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आपको बता दें अगर आप अपनी वेबसाइट की ऑर्गेनिक सीटीआर को बढ़ाना चाहते है तो आपके लिए सोशल मीडिया एक शक्तिशाली उपकरण हो सकता है। अपनी सामग्री को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा करके (By sharing your content on social media platforms), आप अपनी साइट पर अधिक उपयोगकर्ताओं को आकर्षित कर सकते हैं और अपने ब्रांड की दृश्यता बढ़ा सकते हैं।
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वेबसाइट लोड होने की गति (Website Loading Speed)
याद रखें गूगल में सर्च और इंडेक्स (Search and Index in Google) होने के लिए आपके वेबसाइट लोड यानि ओपन होने की गति अच्छी होनी चाहिए। अगर वेबसाइट स्लो होगी तो उपयोगकर्ता के अनुभव (User experience) पर असर डालेगा। और इसका आपकी वेबसाइट के ऑर्गेनिक सीटीआर पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है। धीमी गति से लोड होने वाली वेबसाइट आपके विजिटर को निराश कर सकता हैं जो उच्च बाउंस दर (High Bounce Rate) का कारण बन सकता है। यह आपकी Search engine रैंकिंग पर नकारात्मक प्रभाव डालने का काम कर सकता है। इसलिए अपनी साइट की लोडिंग गति को अनुकूलित रखें। इमेज साइज का इस्तेमाल सही ढ़ंग से करें। पेज पर सीधे वीडियो अपलोड न करें। समय-समय पर स्पीड चेक करते रहे।